न करो परवाह दूरीयों की ,
ये ताल्लुक दिल से दिल का हर दुरी मिटा गया है
ज़माने को कर दिया है रोशन आज इतना के वो महताब भी शर्मा गया है.
न करो परवाह दूरीयों की ,
ये ताल्लुक दिल से दिल का हर दुरी मिटा गया है
ज़माने को कर दिया है रोशन आज इतना के वो महताब भी शर्मा गया है.