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03 January, 2012

हयात जन्नत बन जाती है,

कभी टूटे खवाबो की यादे नींद उड़ा देती है ,
तो कभी अधूरे  खवाबो को पूरा करने की हसरत,
नींद से जगा देती है


कभी हौसलों की चमक इतनी, 
कि शब् को सहर बना देती है,
कभी हो जाये इतनी कम के, 
हीरे को कोयला बना देती है,


हर काम में हो  मोहब्बत की खुशबू तो ,
बेकार गुल को गुलाब बना देती है,
और, आ जाये बू  ऐ अदावतें तो,
चमन को वीरान बना देती है,


ईमान ओ करम से जियो तो,
हयात  जन्नत हो जाती है,
जो पड़ी कुफ्र की परछाई तो ,
हयात दोजक हो जाती है,


आज ये मेरा दिल उदास है,,

संग अपने अँधेरी रात है ,
ये आलम भी तनहा ओ चुपचाप है,
के आज ये मेरा दिल उदास है,,

यारो की बारिश ऐ कहर में मिले जो जख्म,
वो तो भर गए कल ही ,
पर फिर दाग देखकर आज ये मेरा दिल उदास है,,

मुझे रही बेवफाई से अदावतें हरदम ,
गम  ने तो निभाई वफ़ा,
पर वक़्त ऐ फरहत की जफाये,
देखकर आज ये मेरादिल उदास है ,

हर ख्वाब टूट गया,
हुया मेरी खुआविशों का क़त्ल,
और बीते लम्हो की याद में,
फिर आज ये मेरा दिल उदास है 

30 December, 2011

ज़िन्दगी में न कभी कोई ..


ज़िन्दगी  में न कभी कोई खुलोशों यार मिला , 
यहाँ  तो  हमें  हर  कोई  बस  अपने  मकसद  का तलबगार  मिला ..
........... 




ज़िन्दगी की आग ..................

ज़िन्दगी की आग  में  अरमान  जले  है  कुछ  इस  कदर ,
 जख्म  के  निशान  अब  भी  आँखों  को  दीदा- ऐ- तार  कर  जाते  है ............ . .

ज़िन्दगी को खुबसूरत मानकर .......................


ज़िन्दगी  को खुबसूरत मानकर  जियो  तो  ऐसे  खुशनुमा  हो  जाएगी  ,
 जैसे  फज्र  के  वक़्त  कोई  मुस्कुराता  शजर  हो ....................