ना करना कभी आजमाइश,
मेरी गुजरी हयात के पन्नो को पलट कर पढने की ,
हर लफ्ज़ दर्द की स्याही से लिखा है ,
तेरे अश्को से इबारते ऐ गम कही बह ना जाये
मेरी गुजरी हयात के पन्नो को पलट कर पढने की ,
हर लफ्ज़ दर्द की स्याही से लिखा है ,
तेरे अश्को से इबारते ऐ गम कही बह ना जाये
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